Arun Goel Resigned, अरुण गोयल ने क्यों दिया इस्तीफा, अरुण गोयल ने 2024 के चुनाव से पहले दे दिया इस्तीफा: लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले शनिवार (9 मार्च) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. अरुण गोयल के इस्तीफा देने के तीन सदस्यीय वाले चुनाव आयोग में अब मुख्य चुनाव आयुक्त अकेले बचे हैं। हालांकि, अरुण गोयल ने चुनाव से ठीक पहले इस्तीफा क्यों दिया है इस बारे में अभी तक कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है और न ही उन्होंने अभी तक कुछ बताया है. अरुण गोयल 21 नवंबर 2022 को चुनाव आयुक्त बने थे. चुनाव आयोग में उनका कार्यकाल 2027 तक था, लेकिन उन्होंने 3 साल पहले ही इस्तीफा दे दिया।
अरुण गोयल ने क्यों दिया इस्तीफा? Arun Goel Resigned
विवादों में रही थी अरुण गोयल की नियुक्ति
अरुण गोयल की 19 नवंबर को आयुक्त नियुक्त किया गया था. उस समय अरुण गोयल की नियुक्ति विवादों में थी। अहम बात यह है कि 18 नवंबर 2022 को उन्होंने वीआरएस ले लिया था लेकिन 19 नवंबर को ही उनकी नियुक्ति चुनाव आयुक्त के रूप में कर दी गई। तभी नियुक्ति पर विवाद शुरू हो गया था और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा था की नियुक्ति में इतनी जल्दबाजी क्यों की गई?
अरुण गोयल ने किस कारण दिया इस्तीफा?
लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आयी है, चुनाव आयुक्त अरुण गोयल (Arun Goel) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. अरुण गोयल का यह इस्तीफा आम चुनाव की तारीखों के ऐलान से ठीक पहले आया है. इस खबर को लेकर काफी तेजी से चर्चा हो रही है।
अब सूत्रों से खबर आ रही है कि अरुण गोयल ने निजी कारणों की वजह से अपने पद से इस्तीफा दिया है। और कानून मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, गोयल का इस्तीफा शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार भी कर लिया. इस से पहले ये भी अनुमान लगाए जा रहे थे की अरुण गोयल का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और उन्होंने स्वास्थ्य के कारणों से ही पद छोड़ा है.
अरुण गोयल की नियुक्ति को दी गई थी चुनौती
अरुण गोयल की निर्वाचन आयोग में नियुक्ति को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर की ओर से दखिल जनहित याचिका में कहा गया था कि अरुण गोयल की नियुक्ति कानून के मुताबिक सही नहीं है. और इसके साथ ही यह निर्वाचन आयोग की सांस्थानिक स्वायत्तता का भी उल्लंघन है. इसके अलावा संविधान के अनुच्छेद 14 और 324(2) के साथ निर्वाचन आयोग (आयुक्तों की कार्यप्रणाली और कार्यकारी शक्तियां) एक्ट 1991 का भी उल्लंघन है.
निष्कर्ष
लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा अगले सप्ताह हो सकती हैं. ऐसे में अब यह देखना होगा कि क्या गोयल के इस्तीफे से समय सीमा प्रभावित होती है या नहीं.